सिओल. नॉर्थ कोरिया ने रविवार को बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट किया। ये मिसाइल 500 किमी तक मार करने में कैपेबल है। साउथ कोरियाई डिफेंस मिनिस्ट्री ने इस बात की जानकारी दी है। यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में नॉर्थ कोरिया का यह पहला मिसाइल टेस्ट है।
सी ऑफ जापान में छोड़ी गई मिसाइल...
- साउथ कोरिया ने कहा, नॉर्थ कोरिया ने लोकल टाइम के मुताबिक सुबह 7.55 बजे नॉर्थ प्योंगान प्रॉविंस के बेंग्योन एयरबेस से सी ऑफ जापान में मिसाइल दागी।
- साउथ कोरियाई डिफेंस मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन के मुताबिक, मिसाइल 500 किमी तक मार करने में कैपेबल है।
- स्टेटमेंट में ये भी कहा गया, 'नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट का मकसद न्यूक्लियर और मिसाइल कैपेबिलिटीज को दिखाना है।'
- 'नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन को एक तरह से आगाह करना चाहता है।'
- टेस्ट के बाद ट्रम्प ने अमेरिका दौरे पर गए जापान के पीएम शिंजो आबे को सिक्युरिटी का भरोसा दिलाया।
पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने किए थे दो टेस्ट
- पिछले साल अक्टूबर में नॉर्थ कोरिया ने बेंग्योन एयरबेस से ही मुसुदन मिसाइल के 2 टेस्ट किए थे।
- योनहाप न्यूज एजेंसी के मुताबिक, साउथ कोरियाई मिलिट्री को शक है कि नॉर्थ मध्यम दूरी की मुसुदन मिसाइल का टेस्ट कर सकता है।
- इस महीने साउथ कोरिया के दौरे पर गए अमेरिकी डिफेंस मिनिस्टर जेम्स मैटिस ने नॉर्थ कोरिया को वॉर्निंग दी थी। कहा था- अगर नॉर्थ कोरिया कोई भी न्यूक्लियर अटैक करता है तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
- मैटिस ने कहा, 'अमेरिका या उसके किसी सहयोगी पर एटमी हमला किया जाता है तो उसका जोरदार तरीके से जवाब दिया जाएगा।'
पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने किए थे 2 एटमी टेस्ट
- 2016 में नॉर्थ कोरिया ने 2 न्यूक्लियर टेस्ट किए थे। इसमें एक हाइड्रोजन बम का टेस्ट भी शामिल है।
- इसके अलावा उन ने पिछले साल ही कई मिसाइल टेस्ट भी किए थे।
- जनवरी में उन ने कहा था कि वह इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) बनाने के अंतिम चरण में है।
ट्रम्प ने कहा- अमेरिका 100% जापान के साथ
- नॉर्थ कोरिया के टेस्ट के बाद अमेरिका के फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में ट्रम्प और आबे ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
- ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका, जापान का करीबी सहयोगी है। हम उसके 100% उसके साथ हैं।
- इससे पहले आबे ने अपने बयान में कहा था कि नॉर्थ कोरिया के इस तरह के टेस्ट को किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ये यूएन रेजोल्यूशन के खिलाफ है।
सी ऑफ जापान में छोड़ी गई मिसाइल...
- साउथ कोरिया ने कहा, नॉर्थ कोरिया ने लोकल टाइम के मुताबिक सुबह 7.55 बजे नॉर्थ प्योंगान प्रॉविंस के बेंग्योन एयरबेस से सी ऑफ जापान में मिसाइल दागी।
- साउथ कोरियाई डिफेंस मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन के मुताबिक, मिसाइल 500 किमी तक मार करने में कैपेबल है।
- स्टेटमेंट में ये भी कहा गया, 'नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट का मकसद न्यूक्लियर और मिसाइल कैपेबिलिटीज को दिखाना है।'
- 'नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन को एक तरह से आगाह करना चाहता है।'
- टेस्ट के बाद ट्रम्प ने अमेरिका दौरे पर गए जापान के पीएम शिंजो आबे को सिक्युरिटी का भरोसा दिलाया।
पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने किए थे दो टेस्ट
- पिछले साल अक्टूबर में नॉर्थ कोरिया ने बेंग्योन एयरबेस से ही मुसुदन मिसाइल के 2 टेस्ट किए थे।
- योनहाप न्यूज एजेंसी के मुताबिक, साउथ कोरियाई मिलिट्री को शक है कि नॉर्थ मध्यम दूरी की मुसुदन मिसाइल का टेस्ट कर सकता है।
- इस महीने साउथ कोरिया के दौरे पर गए अमेरिकी डिफेंस मिनिस्टर जेम्स मैटिस ने नॉर्थ कोरिया को वॉर्निंग दी थी। कहा था- अगर नॉर्थ कोरिया कोई भी न्यूक्लियर अटैक करता है तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
- मैटिस ने कहा, 'अमेरिका या उसके किसी सहयोगी पर एटमी हमला किया जाता है तो उसका जोरदार तरीके से जवाब दिया जाएगा।'
पिछले साल नॉर्थ कोरिया ने किए थे 2 एटमी टेस्ट
- 2016 में नॉर्थ कोरिया ने 2 न्यूक्लियर टेस्ट किए थे। इसमें एक हाइड्रोजन बम का टेस्ट भी शामिल है।
- इसके अलावा उन ने पिछले साल ही कई मिसाइल टेस्ट भी किए थे।
- जनवरी में उन ने कहा था कि वह इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) बनाने के अंतिम चरण में है।
ट्रम्प ने कहा- अमेरिका 100% जापान के साथ
- नॉर्थ कोरिया के टेस्ट के बाद अमेरिका के फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में ट्रम्प और आबे ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
- ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका, जापान का करीबी सहयोगी है। हम उसके 100% उसके साथ हैं।
- इससे पहले आबे ने अपने बयान में कहा था कि नॉर्थ कोरिया के इस तरह के टेस्ट को किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ये यूएन रेजोल्यूशन के खिलाफ है।




